Sunday, 11 September 2022

TASNEEF HAIDAR.. GHAZAL. KHATM KARNAA HAI MUJHE KHWAAB KAA QISSAA IK DIN..

ख़त्म करना है मुझे ख़्वाब का क़िस्सा इक दिन
बन के ताबीर कहीं तू मुझे मिल जा इक दिन

I want to finish tale of dream one day. 
When as it's result, you gleam one day. 

तुझ को आना है तो जल्दी से चली आ मुझ में
बंद होना है मिरी आँखों का रस्ता इक दिन

Come soon within me if you 
so want. 
 Closing is my eye stream 
one day

मुझ में तहलील न होने का जुनूँ है उस को
और मैं होश से ये काम करूँगा इक दिन

He has a frenzy to be lost in me. 
Awake, I 'll fulfill this dream 
one day

मैं ने इस रात की ख़ातिर कई दिन हारे हैं
अब तो बस चाहिए मुझ को मिरा हिस्सा इक दिन

I have lost many days for this night. 
Now I want my part of dream one day. 

इसलिए हम ने बुराई से भी नफ़रत नहीं की
क्यूँकि हम ढूँढ़ रहे थे कोई अच्छा इक दिन

I did not even hate the evil because. 
I searched for time of dream one day. 



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