Saturday, 24 September 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 +8 COUPLETS.. 24.9.'22.

हम तो कहते हैं मोहब्बत में मज़ा है ही नहीं। 
आप कहते हैं तो फिर मान लिया जाता है।..... तरकश प्रदीप..... 

I so say,in love, there's no charm
If you say,I will  accept, no
harm. 

दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के 
वो जा रहा है कोई शब-ए-ग़म गुज़ार के 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Having lost both worlds in your love. 
He is leaving after a sad night,  dove. 

और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवा 
राहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़.....

Agonies are in world, besides the love. 
And some reliefs besides that of love. 

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का 
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले.... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

In love, there's no difference between life 'n death.
 I live seeing that idol, who 
will snatch my breath. 

आए कुछ अब्र कुछ शराब आए 
इस के ब'अद आए जो अज़ाब आए 
...... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Let the clouds and wine come.
Then agonies can also come. 

बर्क़ को अब्र के दामन में छुपा देखा है 
हम ने उस शोख़ को मजबूर-ए-हया देखा है...... हसरत मोहानी..... 

I have seen clouds hiding the spark in sky. 
I have seen the naughty dame helpless, shy. 

उस ने बारिश में भी खिड़की खोल कर देखा नहीं। 
भीगने वालों को कल  क्या-क्या परेशानी हुई।..... जमाल एहसानी..... 

She didn't even open the window and see in rain. 
Yesterday, those who got drenched, their pain ! 

प्यासो रहो न दश्त में बारिश के मुंतज़िर 
मारो ज़मीं पे पाँव कि पानी निकल पड़े 
..... इक़बाल साजिद..... 

Don't keep thirsty in desert
 and wait for rain. 
Hit the earth hard for water, again and again. 

मैं कि काग़ज़ की एक कश्ती हूँ 
पहली बारिश ही आख़िरी है मुझे 
..... तहज़ीब हाफ़ी..... 

I am simply a paper boat. 
First rain 'll be last to quote. 

हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सर 
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं 
..... बिस्मिल सईदी..... 

Often I have touched even thorns with ease. 
People are cruel, crush flowers with ease. 

ये बातों में नर्मी ये तहज़ीब-ओ-आदाब 
सभी कुछ मिला हम को उर्दू ज़बाँ से 
..... बशीर महताब..... 

These soft talks,culture and manner.
I got all under Urdu language banner. 

और क्या इस से ज़ियादा कोई नर्मी बरतूँ 
दिल के ज़ख़्मों को छुआ है तिरे गालों की तरह..... जाँ निसार अख़्तर..... 

After all, how much softness does one seek? 
I have touched heart wounds like your cheek. 

रोने वालों ने उठा रखा था घर सर पर मगर। 
उम्र भर का जागने वाला पड़ा सोता रहा। 
..... बशीर बद्र..... 

The house was in din by those who had wept. 
But one who kept awake life- long, now slept. 

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