इश्क़ पर आमाल की बुनियाद रख
..... इक़बाल.....
There's no rest from criticism, for mind.
Base your deeds on love of
the kind.
जी ढूँडता है फिर वही फ़ुर्सत कि रात दिन
बैठे रहें तसव्वुर-ए-जानाँ किए हुए
..... मिर्ज़ा ग़ालिब.....
Heart searches for rest, day and night.
Engrossed in lover's thoughts so tight.
अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना
हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है..... बशीर बद्र.....
If possible, read what on water is written.
A thousand years tale, each river has written.
ग़ैरों से तो फ़ुर्सत तुम्हें दिन रात नहीं है
हाँ मेरे लिए वक़्त-ए-मुलाक़ात नहीं है है
..... लाला माधव राम जौहर.....
You are busy with the rivals all the time.
To meet with me, you are short of time.
फ़क़त उमीद है बख़्शिश की तेरी रहमत से
वगर्ना अफ़्व के क़ाबिल मिरे गुनाह नहीं
..... आबाद लखनवी.....
I hope only from perks of your grace.
My sins are unpardonable in any case.
बख़्शिश के भरोसे पे ख़ताएँ की हैं
तेरी रहमत के सहारे ने गुनहगार किया
..... मुबारक अज़ीमाबादी.....
Confident of your tips, I have committed mistakes.
Support of your grace, is what sinner of me, makes.
कुछ तुम्हारी निगाह काफ़िर थी
कुछ मुझे भी ख़राब होना था
..... मजाज़ लखनवी.....
Being infidel , partly did your
eyes woo.
Partly, getting spoilt was my wish too.
ज़ाहिद शराब पीने से काफ़िर हुआ मैं क्यूँ
क्या डेढ़ चुल्लू पानी में ईमान बह गया
..... ज़ौक़.....
Why did I become infidel sipping wine?
Did fistful of water drain
faith of mine?
मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले..... ग़ालिब.....
In love, there's no difference between life 'n death.
Seeing same idol gives life, steals breath.
ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया
झूटी क़सम से आप का ईमान तो गया
..... दाग़ देहलवी.....
Whether for your sake or regard, I agreed.
With false promise, you
lost faith indeed.
जो दिल रखते हैं सीने में वो काफ़िर हो नहीं सकते
मोहब्बत दीन होती है वफ़ा ईमान होती है
..... आरज़ू लखनवी.....
One can't be faithless having heart in chest.
While love is religion, faith is faith at best.
क्यूँकर उस बुत से रखूँ जान अज़ीज़
क्या नहीं है मुझे ईमान अज़ीज़
..... ग़ालिब.....
For that dame, how won't I
care for life?
While for the faith, do I care
for life?
तमन्नाओं में उलझाया गया हूँ।
खिलौने दे के फुसलाया गया हूँ
..... शाद अज़ीमाबादी.....
In desires, I have been secured
With toys, I have been allured .
सदा एक ही रुख़ नहीं नाव चलती
चलो तुम उधर ही हवा हो जिधर की
..... अल्ताफ़ हुसैन हाली.....
Always a boat doesn't move one way.
The way wind blows, you go that way.
तवाज़ो का तरीक़ा साहिबो पूछो सुराही से
कि जारी फ़ैज़ भी है और झुकी जाती है गर्दन भी
..... शेख़ इब्राहीम ज़ौक़.....
Ask the goblet, how to be polite on ground.
The neck is still bent, while it's making a round.
रोज़ कहाँ से कोई नया-पन अपने आप में लाएँगे
तुम भी तंग आ जाओगे इक दिन हम भी उक्ता जाएँगे..... बशर नवाज़.....
Where from shall I become daily some new sort?
You will be fed of me one day, me too' ll retort.
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