Saturday, 8 October 2022

REKHTA.. TODAY'S 5.+12 COUPLETS 8.10.'22.

हम तो रात का मतलब समझे ख़्वाब  सितारे चाँद चराग़।
आगे का अहवाल वो जाने जिस ने रात गुज़ारी हो..... इरफ़ान सिद्दीक़ी.....

Dreams, stars, moon 'n lamp were meant to me as night. 
The state in which one has passed it, knows what's night. 

इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के 
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के 
..... फरहत अहसास.....

One night, he went somewhere stopping the talk. 
I am holding the night there, stopping the walk. 

सोचता हूँ कि उस की याद आख़िर 
अब किसे रात भर जगाती है 
..... जौन एलिया.....

I just think, where her memories abound? 
Now, whom keeps awake 
night round?

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है 
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है..... हसरत मोहानी..... 

I remember silently shedding tears, day 'n night. 
I recollect still, that period of love, it's plight. 

रंग बातें करें और बातों से ख़ुशबू आए। 
दर्द फूलों की तरह महके अगर तू आए।..... ज़िया जालंधरी..... 

Colours talk and talks exude fragrance! 
If you come, grief exudes flowery fragrance! 

दर्द ऐसा है कि जी चाहे है ज़िंदा रहिए 
ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है 
..... क़लीम आजिज़..... 

Pain is worth living for ! 
Life is worth dieing for ! 

ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिस में? 
हर घड़ी दर्द के पैवंद लगे जाते हैं ! 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Is life the tattered dress of a poor man? 
Patched up by grief, each time it can! 

दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँ 
रोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ 
..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

It's heart, not a brick or stone, why won't be filled with pain? 
Why should someone trouble  me, I 'd cry over 'n over again? 

तू इतनी दिल-ज़दा तो न थी ऐ शब-ए-फ़िराक़। 
आ तेरे रास्ते में सितारे लुटाएँ हम। 
..... अहमद फ़राज़..... 

 You weren't so wounded , O departure night ! 
Come! Let me shower stars enroute, alright ! 

तिरी जवान उमंगों को हो गया है क्या 
डरी डरी सी मोहब्बत मुझे पसंद नहीं 
..... ज़की काकोरवी..... 

What's happened to your young emotional spike? 
This is frightened love, which I just don't like. 

जवान गेहूँ के खेतों को देख कर रो दें 
वो लड़कियाँ कि जिन्हें भूल बैठीं माएँ भी 
..... किश्वर नाहीद..... 

Let 's cry watching wheat
 fields ready for harvest. 
Girls! Who were forgotten
 by their mothers at best! 

ऐ सोज़-ए-जाँ-गुदाज़ अभी मैं जवान हूँ 
ऐ दर्द-ए-ला-इलाज ये उम्र-ए-शबाब है 
..... अख़्तर अंसारी..... 

O passion for delicate life!
 I retain youth. 
O incurable pain ! It's the 
period of youth. 

तेरे क़ौल-ओ-क़रार से पहले 
अपने कुछ और भी सहारे थे 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Before your promise and acceptance. 
I had some other dependence. 


अभी ज़िंदा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ ख़ल्वत में 
कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैं ने..... साहिर लुधियानवी..... 

I am alive but keep thinking while alone. 
Which hope 's supported my life tone? 

ख़्वाब, उम्मीद, तमन्नाएँ, तअल्लुक़, रिश्ते 
जान ले लेते हैं आख़िर ये सहारे सारे 
..... इमरान-उल-हक़ चौहान..... 

Hopes, desires, contacts, relations and dreams. 
All these supports take toll 
on the life, it seems. 

सैलाब-ए-ज़िंदगी के सहारे बढ़े चलो। 
साहिल पे रहने वालों का नाम-ओ-निशाँ नहीं।..... बाक़र मेंहदी..... 

Keep moving forward with the flow of life. 
Those confined to shore, have no trace of life. 

उस ज़ुल्फ़ की तौसीफ़ बताई नहीं जाती। 
इक लंबी कहानी है सुनाई नहीं जाती। 
..... जिगर जालंधरी..... 

You can't narrate in praise of that tress. 
It's a long stretched story, can't address. 

जान देने का हुनर हर शख़्स को आता नहीं 
सोहनी के हाथ में कच्चा घड़ा था देखते 
..... अंबर बहराइची ..... 

All aren't aware of the dieing skill remote
Sohni's hand held unbaked pitcher afloat. 

जब मैं कच्चा फल था तो महफ़ूज़ था मैं 
अब जो पका तो मुझ पे निशाना लगता है..... यूसुफ़ जमाल..... 

I was safe, being a raw fruit
When ripe, people aim to  loot. 

धूप की गरमी से ईंटें पक गईं फल पक गए 
इक हमारा जिस्म था अख़्तर जो कच्चा रह गया..... अख़्तर होशियारपुरी....

Fruits ripened, while bricks baked in sun heat. 
Only my body stayed raw, 
with none to meet. 




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