Sunday, 13 November 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 +3 COUPLETS

हुस्न है दाद-ए-ख़ुदा इश्क़ है इमदाद-ए-ख़ुदा 
ग़ैर का दख़्ल नहीं बख़्त है अपना अपना 

Beauty is God's justice, love it's helping hand. 
No interference, it's each one's fate stand. 

कुछ दूर तक तो चमकी थी मेरे लहू की धार 
फिर रात अपने साथ बहा ले गई मुझे 
..... ज़ेब गौरी..... 

For a little distance my streak of blood was aglow. 
Then the night took me asail along with it's flow. 

वही फिर मुझे याद आने लगे हैं 
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं 
..... ख़ुमार बारहबंकवी..... 

Those whom to forget, took so long. 
In my memory again, they now throng. 

सोचता हूँ तो और बढ़ती है 
ज़िन्दगी है कि प्यास है कोई
..... चंद्रभान ख़याल..... 

It's increasing with each thought. 
Is it life or a thirst draught? 

लोग कहते हैं कि तुम से ही मोहब्बत है मुझे 
तुम अगर कहते हो वहशत है तो वहशत होगी..... अब्दुल हमीद अदम..... 

People say that I am in love with you. 
If you call it frenzy, I 'll agree with it too. 


अल्लाह अगर तौफ़ीक़ न दे इंसान के बस का काम नहीं 
फ़ैज़ान-ए-मोहब्बत आम सही इरफ़ान-ए-मोहब्बत आम नहीं..... जिगर..... 

Till God grants grace, it's not up to human race. 
Love' s grace may be common but it's knowledge is uncommon. 

आन के इस बीमार को देखे तुझ को भी तौफ़ीक़ हुई
लब पर उस के नाम था तेरा जब भी दर्द शदीद हुआ..... इब्न-ए-इंशा..... 

To come and see this sick man, some grace you could feel. 
When his pain was intense, your name he would reveal. 

और क्या मेरे लिए अर्सा-ए-महशर होगा
मैं शजर हूँगा तिरे हाथ में पत्थर  होगा
..... अहमद ज़फ़र..... 

What else would be the period for my doom? 
I 'll be a tree, in your hand a stone' d zoom. 




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