Monday, 21 November 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 +26 COUPLETS

नहीं होती है राह-ए-इशक़ में आसान मंज़िल
सफ़र में भी तो सदियों की मसाफ़त चाहिए है
..... फरहत नदीम हुमायूं.....

Goal isn't easy in the path of love to be achieved. 
A distance of centuries needs be covered, believed. 

इस शहर-ए-फ़ुसूँ-गर के अज़ाब और, सवाब और 
हिज्र और तरह का है विसाल और तरह का..... ख़ालिद मोइन..... 

The rewards and torments of this magical city are different. 
Separation is of a different type and meeting is different. 

मेरी बर्बादियाँ दुरुस्त मगर 
तू बता क्या तुझे सवाब हुआ 
..... जिगर मुरादाबादी..... 

My ruins are well in place. 
Where are your rewards to trace. 

शिरकत गुनाह में भी रहे कुछ सवाब की 
तौबा के साथ तोड़िए बोतल शराब की 
..... ज़हीर देहलवी..... 

Incorporate some reward in the sin deed. 
While breaking promise, break bottle  indeed. 

भूल जाना नहीं गुनाह उसे 
याद करना उसे सवाब नहीं 
..... जौन एलिया..... 

Neither it's a sin to forget her. 
Nor a reward to remember her. 

महरूम हूँ मैं ने ख़िदमत-ए-उस्ताद से 'मुनीर' 
कलकत्ता मुझ को गोर से भी तंग हो गया 
..... मुनीर शिकोहाबादी..... 

O'Muneer' from serving teacher I am deprived. 
Calcutta for me is more than grave compromised. 

है ख़याल-ए- हुस्न में हुस्न-ए-अमल का सा ख़याल 
ख़ुल्द का इक दर है मेरी गोर के अंदर खुला..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

Realisation of beauty is in it's thought. 
A gate to heaven is in my grave sought. 

बुझने की दिल की आग नहीं ज़ेर-ए-ख़ाक भी 
होगा दरख़्त गोर पे मेरी चिनार का 
..... शैख़ इब्राहिम ज़ौक़..... 

With dust, fire of heart can't be put out. 
From my remains a Chinar tree 'll sprout. 

मैं वो सहरा जिसे पानी की हवस ले डूबी 
तू वो बादल जो कभी टूट के बरसा ही नहीं..... सुल्तान अख़्तर 

I am that desert decimated by water desire
You are that cloud which never emptied entire. 

हैरत से तकता है सहरा बारिश के नज़राने को 
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को..... सऊद उस्मानी..... 

Surprised is the desert with gift of rain.
 How far has it come to meet the terrain. 

दिल के दो हिस्से जो कर डाले थे हुस्न-ओ-इश्क़ ने 
एक सहरा बन गया और एक गुलशन हो गया..... नूह नारवी..... 

Heart was divided in two parts by love and beauty. 
One part became desert, other took garden duty. 

एक ही तो हवस रही है हमें 
अपनी हालत तबाह की जाए 
..... जौन एलिया..... 

I have had only one desire. 
To destroy the self in entire. 

तीर खाने की हवस है तो जिगर पैदा कर 
सरफ़रोशी की तमन्ना है तो सर पैदा कर 
..... अमीर मीनाई..... 

If you have a desire for arrow, have a heart. 
For sacrifice grow a head of that sort. 

इतने घने बादल के पीछे 
कितना तन्हा होगा चाँद 
..... परवीन शाकिर..... 

Behind such a dense cloud zone. 
Moon must be feeling so alone. 

दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था 
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था..... क़तील शफ़ाई..... 

Clouds stretched afar and there was no shade. 
This way the rainy season had never made. 

इक डूबती धड़कन की सदा लोग न सुन लें 
कुछ देर को बजने दो ये शहनाई ज़रा और..... आनिस मुईन..... 

Let not people listen this sinking heart throb. 
Let clarion be played a little longer before mob. 

दूर बजती थी कहीं शहनाई 
रोया पीकर बहुत शराब कोई
..... जावेद अख्तर..... 

Clarion sound was coming from afar. 
He drank and cried a lot ajar. 

हर गली कूचे में रोने की सदा मेरी है 
शहर में जो भी हुआ है वो ख़ता मेरी है 
..... फरहत अहसास..... 

Crying sound is mine in each lane, each street . 
Whatever wrong is in city, has been my feat. 

क़ासिद के आते आते ख़त इक और लिख रखूँ 
मैं जानता हूँ जो वो लिखेंगे जवाब में 
..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

Let me write another letter before messenger comes. 
I know what's the answer that through him comes. 

आती है बात बात मुझे बार बार याद 
कहता हूँ दौड़ दौड़ के क़ासिद से राह में 
..... दाग़ देहलवी..... 

I remember something new times and again. 
I say it to the postman on his route plain. 

कोई नाम-ओ-निशाँ पूछे तो ऐ क़ासिद बता देना 
तख़ल्लुस 'दाग़' है वो आशिक़ों के दिल में रहते हैं..... दाग़ देहलवी..... 

O 'Daagh' if someone asks my address and name. 
Tell that I am Daagh, lover's heart is my domain. 

आया न फिर के एक भी कूचे से यार के 
क़ासिद गया नसीम गई नामा-बर गया 
..... जलील मानिकपुरी..... 

No one returned from the lover's lane. 
Messenger and breeze when they left were sane. 

नसीम है तिरे कूचे में और सबा भी है 
हमारी ख़ाक से देखो तो कुछ रहा भी है 
..... मोहम्मद रफ़ी सौदा.....

In your lane there's breeze and also the wind. 
Just see if anything from my remains is behind. 

अभी सुमूम ने मानी कहाँ नसीम से हार 
अभी तो मअरका-हा-ए-चमन कुछ और भी हैं..... जज़्बी..... 

Still poisonous gases haven't accepted defeat from  breeze. 
Some issues of the  garden are not going to be still at ease. 

तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है 
ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती 
..... अख़्तर सईद ख़ान..... 

You look good in only on the screen. 
O life your  reality isn't worth  being seen. 

हम को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन 
दिल के ख़ुश रखने को 'ग़ालिब' ये ख़याल अच्छा है..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

I am aware of the truth about heaven inside out. 
To keep the heart pleased, it's  nice to think about. 

इक बार उस ने मुझ को देखा था मुस्कुरा कर 
इतनी तो है हक़ीक़त बाक़ी कहानियाँ हैं 
..... मेला राम वफ़ा..... 

Once she smiled and looked towards me. 
Only this is true, rest are tales to be.

ज़ुबाँ तक जो न आए वो मोहब्बत और होती है 
फ़साना और होता है हक़ीक़त और होती है..... वामिक़ जौनपुरी..... 

What is not lipped is love of a different kind.
Story is different and truth is different kind. 

ये खुले खुले से गेसू ये उड़ी उड़ी सी रंगत 
तिरी सुब्ह कह रही है तिरी रात का फ़साना..... अहसान दानिश..... 

This scattered tress, this colour in distress. 
Your morning recites, your night' blacks and whites. 

सुन तो सही जहाँ में है तेरा फ़साना क्या 
कहती है तुझ को ख़ल्क़-ए-ख़ुदा ग़ाएबाना क्या..... हैदर अली आतिश..... 

Just listen to what the world  says about you. 
Do the people call behind the scene as you. 

ये मोहब्बत का फ़साना भी बदल जाएगा 
वक़्त के साथ ज़माना भी बदल जाएगा 
...... अज़हर लखनवी..... 

This story of love will also change. 
Along with time, world too 'll change. 













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