Saturday, 19 November 2022

SARVAT HUSSAIN.. 20 COUPLETS

मौत के दरिंदे में इक कशिश तो है 'सरवत' 
लोग कुछ भी कहते हों ख़ुद-कुशी के बारे में 

Within the death beast, some attraction exists. 
People may say anything about suicide, it persists. 
 
सोचता हूँ कि उस से बच निकलूँ 
बच निकलने के ब'अद क्या होगा 

I think I should bypass her. 
What then when I bypass her. 
 
मिट्टी पे नुमूदार हैं पानी के ज़ख़ीरे 
इन में कोई औरत से ज़ियादा नहीं गहरा 

Evident are hoardings of water on earth. 
None is deeper than a woman or her worth. 
 
दो ही चीज़ें इस धरती में देखने वाली हैं 
मिट्टी की सुंदरता देखो और मुझे देखो 

Only two things on earth are worth looking for. 
Either beauty of land or mine
 at it's par. 

मिलना और बिछड़ जाना किसी रस्ते पर 
इक यही क़िस्सा आदमियों के साथ रहा 

Meeting and parting while on the way. 
This tale prevailed with men on the way. 
 
'सरवत' तुम अपने लोगों से यूँ मिलते हो 
जैसे उन लोगों से मिलना फिर नहीं होगा 

'Sarvat' you meet this way your own people. 
As if you won't meet again these people. 
 
बुझी रूह की प्यास लेकिन सख़ी 
मिरे साथ मेरा बदन भी तो है 

O yes, the soul has quenched it's thirst O mate. 
But along with me is my body also first to sate. 

ख़ुश-लिबासी है बड़ी चीज़ मगर क्या कीजे 
काम इस पल है तिरे जिस्म की उर्यानी से 

Being well dressed is fine but what to do? 
It's with your nakedness , I have something to do. 

मैं आग देखता था आग से जुदा कर के 
बला का रंग था रंगीनी-ए-क़बा से उधर 

I was looking at fire apart from fire. 
What a colour was beyond colourful attire. 
 
भर जाएँगे जब ज़ख़्म तो आऊँगा दोबारा 
मैं हार गया जंग मगर दिल नहीं हारा 

When these wounds heal, again I will come. 
I have lost the fight, but not  heart like some. 
 
शहज़ादी तुझे कौन बताए तेरे चराग़-कदे तक 
कितनी मेहराबें पड़ती हैं कितने दर आते हैं 

On to your lamp sites, princess who 'll tell you. 
How many arches are there, how many doors to woo? 

इक दास्तान अब भी सुनाते हैं फ़र्श ओ बाम 
वो कौन थी जो रक़्स के आलम में मर गई 

A story is still told by the roof and floor. 
Who was she who died in state of dance core. 
  
मैं किताब-ए-ख़ाक खोलूँ तो खुले 
क्या नहीं मौजूद क्या मौजूद है 

If I open this book of earth, it will be evident. 
What is not present and what's present ? 

मिरे सीने में दिल है या कोई शहज़ादा-ए-ख़ुद-सर 
किसी दिन उस को ताज-ओ-तख़्त से महरूम कर देखूँ 

Whether there's heart in my chest or wilful prince. 
Separate from crown throne, see him since. 

वो इक सूरज सुब्ह तलक मिरे पहलू में 
अपनी सब नाराज़गियों के साथ रहा 

That sun despite keeping unwell by my side. 
Remained with me keeping unwillingness on ride. 

सियाही फेरती जाती हैं रातें बहर ओ बर पे 
इन्ही तारीकियों से मुझ को भी हिस्सा मिलेगा 

Nights are inking water and land. 
Out of the darkness I 'll get my hand. 

बहुत मुसिर थे ख़ुदायान-ए-साबित-ओ-सय्यार 
सो मैं ने आइना ओ आसमाँ पसंद किए 



कभी तेग़-ए-तेज़ सुपुर्द की कभी तोहफ़ा-ए-गुल-ए-तर दिया 
किसी शाह-ज़ादी के इश्क़ ने मिरा दिल सितारों से भर दिया 

At times I was presented a sharp sword and a wet flower the next. 
Some princess in her love for me filled my heart with stars on  pretext. 

मैं अपनी प्यास के हमराह मश्कीज़ा उठाए 
कि इन सैराब लोगों में कोई प्यासा मिलेगा 

I was carrying a water bag with the thirst. 
Some drunk must be feeling the thirst. 

साया-ए-अब्र से पूछो 'सरवत' 
अपने हमराह अगर ले जाए 

Ask from the clouds shade.
  If along with I can be had. 



 
  
 

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