Tuesday, 20 December 2022

REKHTA.. TODAY'S 5 COUPLETS

दर-हक़ीक़त इत्तिसाल-ए-जिस्म-ओ-जाँ है ज़िंदगी 
ये हक़ीक़त है कि अर्बाब-ए-हिमम के वास्ते ..... आतिश बहावलपुरी.....

Really, life is conjunction between body and soul. 
But it's for those who are 
 courageous as a whole. 

क्या क्या पुकारें सिसकती देखीं लफ़्ज़ों के ज़िंदानों में 
चुप ही की तल्क़ीन करे है ग़ैरत-मंद ज़मीर हमें..... मुख्तार  सिद्दीक़ी.....

You listen to many sobs in the word's cage.
Poor conscience educates to be silent 'n age. 

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