Wednesday, 7 December 2022

REKHTA.. TODAY'S 5, +42 COUPLETS

ऐसे हँस हँस के न देखा करो सब की जानिब
लोग ऐसी ही अदाओं पे फ़िदा होते हैं
..... मजरूह सुल्तानपुरी....

Don't look at everyone with such a smile. 
People lose their hearts on this  style. 

रहमान के फ़रिश्ते गो हैं बहुत मुक़द्दस 
शैतान ही की जानिब लेकिन मेजोरिटी है 
..... अकबर इलाहाबादी..... 

Rahman angels are really pure. 
But majority is with satan fore. 

रह गए लाखों कलेजा थाम कर 
आँख जिस जानिब तुम्हारी उठ गई 
..... दाग़ देहलवी..... 

Lakhs of people held their heart. 
Which ever side you looked apart. 

सफ़र पीछे की जानिब है क़दम आगे है मेरा 
मैं बूढ़ा होता जाता हूँ जवाँ होने की ख़ातिर..... ज़फ़र इक़बाल..... 

I move back while stepping forward. 
To become young, I am aging forward. 

लगावट की अदा से उन का कहना पान हाज़िर है 
क़यामत है सितम है दिल फ़िदा है जान हाज़िर है..... अकबर इलाहाबादी..... 

I present beetle she said so in a coquettish style. 
It's doom, calamity, heart 'n life on offer in a while. 

दिल मोहब्बत से भर गया 'बेख़ुद' 
अब किसी पर फ़िदा नहीं होता 
..... बेख़ुद देहलवी..... 

' Bekhud'! With love is filled the heart. 
Now with no one, does it part. 

कितनी दिलकश हो तुम कितना दिल-जू हूँ मैं 
क्या सितम है कि हम लोग मर जाएँगे 
..... जौन एलिया..... 

How alluring you are, how pleasing am I. 
How sad that we are going 
 to die. 

हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं 
उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में 
..... बशीर बद्र..... 

People call each throbbing stone a heart. 
It takes ages making heart
 a  heart. 

ख़ुद को बिखरते देखते हैं कुछ कर नहीं पाते हैं 
फिर भी लोग ख़ुदाओं जैसी बातें करते हैं 
..... इफ़्तिख़ार आरिफ़..... 

They see being shattered, unable to do a thing. 
Still people call themselves
God for nothing. 

सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं 
जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं..... सुदर्शन फ़ाकिर..... 

Who ever confronts, people  call him bad. 
Unseen is called God, it's sad. 

रह गया दर्द दिल के पहलू में 
ये जो आफ़त थी दर्द-ए-सर न हुई
,,,,, अफ़ीफ़ सिराज.....

Pain was confined to the flank of heart. 
This calamity didn't surmount head part. 

दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आए क्यूँ 
रोएँगे हम हज़ार बार कोई हमें सताए क्यूँ 
..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

It's heart, not a brick or stone, why won't it fill with pain. 
Why should someone agitate me, I 'd cry over' d over again. 

ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस की क़बा है जिस में 
हर घड़ी दर्द के पैवंद लगे जाते हैं 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़....

Is life the tattered robe of a poor man. 
Patched every now and then
 by pain. 

दर्द ऐसा है कि जी चाहे है ज़िंदा रहिए 
ज़िंदगी ऐसी कि मर जाने को जी चाहे है 
..... कलीम आजिज़..... 

Pain is such, it raises living desire. 
Life is such, it's death you  admire. 

और क्या देखने को बाक़ी है 
आप से दिल लगा के देख लिया 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

What else is there to see? 
I 've tagged heart with thee. 

तुम्हारा दिल मिरे दिल के बराबर हो नहीं सकता 
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता..... दाग़ देहलवी..... 

Your heart can never be equal to my heart. 
Your' s can't be glass, mine stone even in part. 

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ 
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ..... अहमद फ़राज़..... 

Be it enmity, come to givle my heart some pain. 
You need to come for  leaving me once again. 

दिल आबाद कहाँ रह पाए उस की याद भुला देने से 
कमरा वीराँ हो जाता है इक तस्वीर हटा देने से..... जलील आली..... 

How can heart be inhabited, if her memory is erased. 
A room looks  deserted when a picture is displaced. 

दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है 
लम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Heart may be worthless, but hasn't lost hope. 
Eve' of pain may be long, but with eve' you can cope. 

आप पहलू में जो बैठें तो सँभल कर बैठें 
दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की..... जलील मानिकपुरी..... 

Be careful while you are sitting by my side. 
Restless heart has a habit to be cross aside. 

ये वार कर गया है पहलू से कौन मुझ पर 
था मैं ही दाएँ बाएँ और मैं ही दरमियाँ था 
..... जौन एलिया..... 

Who has attacked me by the  side flank. 
I was right 'n left, and was in middle rank. 

बड़ा शोर सुनते थे पहलू में दिल का 
जो चीरा तो इक क़तरा-ए-ख़ूँ न निकला 
..... हैदर अली आतिश..... 

Heard a lot of sound on side of the heart. 
On slicing, not a drop of blood came apart. 

इरादे बाँधता हूँ कि सोचता हूँ तोड़ देता हूँ 
कहीं ऐसा न हो जाए कहीं ऐसा न हो जाए..... हफ़ीज़ जालंधरी.....

I opine, think and then break away. 
It may not be so,well not this way. 

बात साक़ी की न टाली जाएगी 
कर के तौबा तोड़ डाली जाएगी 
..... जलील मानिकपुरी..... 

Wine girl's statement, I won't elude. 
I 'll promise and break it, be shrewd. 

बुत-ख़ाना तोड़ डालिए मस्जिद को ढाइए 
दिल को न तोड़िए ये ख़ुदा का मक़ाम है 
..... हैदर अली आतिश..... 

Dismantle mosque, let the temple be shattered. 
It's a God's abode, let not 
heart be battered. 

देखें क़रीब से भी तो अच्छा दिखाई दे 
इक आदमी तो शहर में ऐसा दिखाई दे 
..... ज़फ़र गोरखपुरी..... 

He should  look good if seen  from near. 
One man in city should look such O dear ! 

एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें 
और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं 
..... फ़िराक़ गोरखपुरी...... 

Since long, I haven't remembered you 
It's not that I have forgotten you. 

फिर नए साल की सरहद पे खड़े हैं हम लोग
राख हो जाएगा ये साल भी हैरत कैसी 
..... अज़ीज़ नबील.....

We are standing on the boundary of new year again. 
It 'll also turn to ashes, 
nothing would remain. 

मोहब्बत की तो कोई हद, कोई सरहद नहीं होती 
हमारे दरमियाँ ये फ़ासले, कैसे निकल आए..... ख़ालिद मोईन..... 

No limit, no boundary exist in  love, no fuss. 
How come distances have cropped between us. 

सरहदें अच्छी कि सरहद पे न रुकना अच्छा 
सोचिए आदमी अच्छा कि परिंदा अच्छा 
..... इरफ़ान सिद्दीक़ी..... 

Are boundaries good or 
not to stop there? 
Is man better than a bird crossing there? 

उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता 
जिस मुल्क की सरहद की निगहबान हैं आँखें..... अज्ञात..... 

None can it's  
boundaries ever touch. 
A nation guarded by eyes as such. 

जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा 
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तुजू क्या है 
..... मिर्ज़ा ग़ालिब..... 

With body, must have burnt the heart shape. 
What do you search in ashes, why scrape? 

राख को भी कुरेद कर देखो 
अभी जलता हो कोई पल शायद 
..... गुलज़ार..... 
Scrape the ashes and see. 
Burning still, a moment may be. 

मैं ने तो यूँही राख में फेरी थीं उँगलियाँ 
देखा जो ग़ौर से तिरी तस्वीर बन गई 
..... सलीम बेताब..... 

I had scraped my fingers in  ases by the way . 
On closer look, it was your  sketch so to say. 

इसी शहर में कई साल से मिरे कुछ क़रीबी अज़ीज़ हैं 
उन्हें मेरी कोई ख़बर नहीं मुझे उन का कोई पता नहीं..... बशीर बद्र..... 

In this city, for years reside my relatives close. 
They don't know me,I can't recognise those. 

इक साल गया इक साल नया है आने को 
पर वक़्त का अब भी होश नहीं दीवाने को.... इब्न-ए-इंशा..... 

One year has gone, a new year has to come. 
No idea of time is there to the fanatic chum. 

हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है 
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा..... अल्लामा इक़बाल..... 

Daffodil weeps being  glowless for a thousand years. 
With difficulty in the garden an observer appears. 

सिलवटें हैं मिरे चेहरे पे तो हैरत क्यूँ है 
ज़िंदगी ने मुझे कुछ तुम से ज़ियादा पहना..... अहमद फ़राज़..... 

Why be surprised by wrinkles on my face. 
Life wore me more than you 
in any case. 

हैरत से तकता है सहरा बारिश के नज़राने को 
कितनी दूर से आई है ये रेत से हाथ मिलाने को..... सऊद उस्मानी..... 

Surprised, the desert look
s at this gift of rain. 
It has come from far to shake sand hand again. 

हैरत से जो यूँ मेरी तरफ़ देख रहे हो 
लगता है कभी तुम ने समुंदर नहीं देखा 
..... आनिस मुईन..... 

So surprised, you are looking towards me. 
It appears, a sea, never did 
you get to see. 

इरादा था जी लूँगा तुझ से बिछड़ कर
गुज़रता नहीं इक दिसंबर अकेले 
..... ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर.....

Departed, I thought, I would
 live alone. 
Even December is difficult to pass alone. 

बहुत नज़दीक आती जा रही हो 
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या 
..... जौन एलिया.....

You are coming very near. 
Have you planned to part dear? 

था इरादा तिरी फ़रियाद करें हाकिम से 
वो भी ऐ शोख़ तिरा चाहने वाला निकला..... नज़ीर अकबराबादी.....

I had thought, would
 complain to the judge. 
O dear he too likes you,
 won't budge. 

बिछड़ने का इरादा है तो मुझ से मशवरा कर लो 
मोहब्बत में कोई भी फ़ैसला ज़ाती नहीं होता..... अफ़ज़ल ख़ान..... 

If you want to part, have my opinion as well. 
In love, no decision is personal to dwell. 

हम तो बचपन में भी अकेले थे 
सिर्फ़ दिल की गली में खेले थे 
..... जावेद अख्तर..... 

Even in childhood, I was alone on my part. 
I had played only in the lane
of heart. 

घर लौट के रोएँगे माँ बाप अकेले में 
मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में 
..... क़ैसर-उल जाफ़री..... 

Back home, my parents will  weep when alone. 
In fair, wasn't cheap, even 
sand toy break prone. 

शुक्रिया ऐ क़ब्र तक पहुँचाने वालो शुक्रिया 
अब अकेले ही चले जाएँगे इस मंज़िल से हम..... क़मर जलालवी..... 

Thanks O those, who brought me grave. 
From here on, I 'll go alone, O naive ! 

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