Sunday, 11 December 2022

SHAHARYAAR.. GHAZAL.. WO BEVAFAA HAI HAMESHAA HII DIL DUKHAATAA HAI.....

वो बेवफ़ा है हमेशा ही दिल दुखाता है 
मगर हमें तो वही एक शख़्स भाता है 

He is faithless, always aches the heart. 
But he is the only one I like from start. 

न ख़ुश-गुमान हो इस पर तू ऐ दिल-ए-सादा 
सभी को देख के वो शोख़ मुस्कुराता है 

He is mischievous, smiles before all. 
Don't misunderstand him O simple heart. 

जगह जो दिल में नहीं है मिरे लिए न सही 
मगर ये क्या कि भरी बज़्म से उठाता है 

But why does he ask me to leave gathering . 
It's O. K. if I have no place in 
his heart. 

तिरे करम की यही यादगार बाक़ी है 
ये एक दाग़ जो इस दिल में जगमगाता है 

Only memory of your favour that remains. 
Is a scar that shines within 
this  heart. 

अजीब चीज़ है ये वक़्त जिस को कहते हैं 
कि आने पाता नहीं और बीत जाता है

It's is a strange thing known 
 as time.
Which gets over, before coming full part. 

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