Wednesday, 1 March 2023

MIR TAQI MIR KE ASHAAR

नाज़ुकी उस के लब की क्या कहिए 
पंखुड़ी इक गुलाब की सी है 



मीर तक़ी मीर
 
 
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आग थे इब्तिदा-ए-इश्क़ में हम 
अब जो हैं ख़ाक इंतिहा है ये 



मीर तक़ी मीर
 
 
 
हमारे आगे तिरा जब किसू ने नाम लिया 
दिल-ए-सितम-ज़दा को हम ने थाम थाम लिया 



मीर तक़ी मीर
 
 
  
बे-ख़ुदी ले गई कहाँ हम को 
देर से इंतिज़ार है अपना 



मीर तक़ी मीर
 
 
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दिखाई दिए यूँ कि बे-ख़ुद किया 
हमें आप से भी जुदा कर चले 
 
 
  
हम जानते तो इश्क़ न करते किसू के साथ 
ले जाते दिल को ख़ाक में इस आरज़ू के साथ 

I wouldn't have loved anyone, if I had known. 
Could have taken desire to dust with my own. 
 
गुफ़्तुगू रेख़्ते में हम से न कर 
ये हमारी ज़बान है प्यारे

Don't talk in Rekhta with me, dear! 
It's my language, my own sphere! 

ले साँस भी आहिस्ता कि नाज़ुक है बहुत काम 
आफ़ाक़ की इस कारगह-ए-शीशागरी का 
 
 Breathe gently as it's a job, delicate . 
In this glassework of worlds 
O mate! 
  
किन नींदों अब तू सोती है ऐ चश्म-ए-गिर्या-नाक 
मिज़्गाँ तो खोल शहर को सैलाब ले गया 
 
 How sleepy you are, O eye in weeping state? 
Open your eyelash , the city is washed in spate. 
  
जम गया ख़ूँ कफ़-ए-क़ातिल पे तिरा 'मीर' ज़ि-बस 
उन ने रो रो दिया कल हाथ को धोते धोते 

On murderer's collar so much was my blood. 
Yesterday, she washed it with tears in flood. 
 
कुछ हो रहेगा इश्क़-ओ-हवस में भी इम्तियाज़ 
आया है अब मिज़ाज तिरा इम्तिहान पर 

Some difference 'd 
 be there in love and lust. 
Now your mood is taken 
to test as a must. 

अब के जुनूँ में फ़ासला शायद न कुछ रहे 
दामन के चाक और गिरेबाँ के चाक में 

Probably no difference in this frenzy 'd be there. 
Every strip of hem and dress would I lay bare. 
 
मसाइब और थे पर दिल का जाना 
अजब इक सानेहा सा हो गया है 

Many troubles were there but losing heart. 
Has become catastrophic on  my part. 
 
बाल-ओ-पर भी गए बहार के साथ 
अब तवक़्क़ो नहीं रिहाई की 

I have also lost wings with spring. 
Now there's no hope to be out of ring. 
 
  
हम फ़क़ीरों से बे-अदाई क्या 
आन बैठे जो तुम ने प्यार किया

Why avoid being coquettish with me. 
I have succumbed to love as
you see. 

आफ़ाक़ की मंज़िल से गया कौन सलामत 
अस्बाब लुटा राह में याँ हर सफ़री का 

 Who has travelled safely in the path to goal? 
Each traveller has been robbed on way to goal. 

आलम आलम इश्क़-ओ-जुनूँ है दुनिया दुनिया तोहमत है 
दरिया दरिया रोता हूँ मैं सहरा सहरा वहशत है 
 
In this state of love 'n craze, world is simply a blame. 
I weep a stream of tears, desert is it's wild name. 

हम न कहते थे कि नक़्श उस का नहीं नक़्क़ाश सहल 
चाँद सारा लग गया तब नीम-रुख़ सूरत हुई 

O painter! I told you it won't 
be easy to trace. 
It took whole moon to paint half of her face. 
 
 
कहना था किसू से कुछ तकता था किसू का मुँह 
कल 'मीर' खड़ा था याँ सच है कि दिवाना था 

He had to say something but said it to someone. 
'Mir' was here yesterday and a fanatic, the true one. 
 
इज्ज़-ओ-नियाज़ अपना अपनी तरफ़ है सारा 
इस मुश्त-ए-ख़ाक को हम मसजूद जानते हैं

Modesty and prayer is towards our own. 
This fistful of dust is God of our own. 

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