Tuesday, 25 April 2023

BASHIR BADR.. GHAZAL.. SABHII SE IN DINON ROOTHAA HUA SA LAGTA HOON...

सभी से इन दिनों रूठा हुआ सा लगता हूँ
मैं अपने आप को अब बेवफ़ा सा लगता हूँ 

 Cut off from everyone these days I appear.
Even to my own self, I look disloyal,
 I fear.

तमाम रात मैं गिरती हुई हवेली में 
दिलों से निकली हुई बद-दुआ सा लगता हूँ

Whole night in a falling mansion it seems. 
I'm like a curse from hearts, that tear 

मैं वो ख़ज़ाना हूँ हक़दार जिस की दुनिया है
हज़ारों हिस्सों में बाँटा हुआ सा लगता हूँ 

I am that treasure whose owner is the world. 
Divided in thousands of parts so dear. 

मिरी तलाश ब-दस्तूर अब भी जारी है
वो मिल गया है मैं खोया हुआ सा लगता हूँ 

Systematically I'm still being searched. 
He has been found, I'm still lost from here. 

 मिरी हँसी से उदासी के फूल खिलते हैं 
मैं सब के साथ हूँ लेकिन जुदा सा लगता हूँ 

When I laugh, flowers of sottows bloom. 
I'm with everyone, with none appear near. 

चमक रहा था वो चेहरा किसी की आँखों में 
मैं आईने में कोई दूसरा सा लगता हूँ 

Shining was that face in someone''s eyes. 
In the mirror, like someone else I appear. 

तमाम रात बरसती है रेत पर शबनम
मैं अपने चाँद से जब भी ख़फ़ा सा लगता हूँ 

Whole night there's a shower of dew on sand. 
Whenever I am angry with my moon, my dear ! 

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