Sunday, 16 April 2023

वंशीविभूषितकरान्नवनीरदाभात् पीताम्बरदरुणबिम्बफलाधरोष्ठात्।.......

वंशीविभूषितकरान्नवनीरदाभात् पीताम्बरदरुणबिम्बफलाधरोष्ठात् ।
पूर्णेन्दुसुन्दरमुखादरविन्दनेत्रात्
 कृष्णात्परं किमपि तत्वमहं न जाने।।

पीताम्बर घनश्याम तन, वंशी विभूषित हाथ।
बिम्बाफल से लाल होंठ हैं, पूनम का सा माथ।
कमल नेत्र हैं कृष्णचंद्र के, ऐसा निखरा रूप।
और न जानूँ तत्व धरा पर, मैं कोई अनुरूप।।

हिन्दी पद्यानुवाद..... रवि मौन.... 

No comments:

Post a Comment