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Friday, 14 April 2023

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्....

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम् ।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्री राम दूतं शरणं प्रपद्ये।। 

मन सी स्फूर्ति, वेग मारुत सा, हे जितेन्द्रिय, हे बुद्धिमान।
हे वानरपति! हे वायुपुत्र! हे रामदूत! शरणागत जान।।

हिन्दी पद्यानुवाद..... रवि मौन..... 

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