तिरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे
Those who live, won't be less.
But I won't be in that mess.
मैं अक्सर सोचता हूँ फूल कब तक
शरीक-ए-गिर्या-ए-शबनम न होंगे
Often I think flowers till when.
Won't join tearful dew stress.
ज़रा देर-आश्ना चश्म-ए-करम है
सितम ही इश्क़ में पैहम न होंगे
Her bliss glance lasts short while.
Tortures 'll constantly address.
दिलों की उलझनें बढ़ती रहेंगी
अगर कुछ मशवरे बाहम न होंगे
Heart troubles will be increasing.
If some matters won't address.
ज़माने भर के ग़म या इक तिरा ग़म
ये ग़म होगा तो कितने ग़म न होंगे
Griefs of the lworld or only yours.
With your grief, others won't press
कहूँ बेदर्द क्यूँ अहल-ए-जहाँ को
वो मेरे हाल से महरम न होंगे
If she is angry with me
Why call the world pity less?
हमारे दिल में सैल-ए-गिर्या होगा
अगर बा-दीदा-ए-पुर-नम न होंगे
It will be storm of wails in heart.
But no teary eyes to impress.
अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाए
तिरी फ़ुर्क़त के सदमे कम न होंगे
If by chance you be mine.
Your parting grief won't be less.
'हफ़ीज़' उन से मैं जितना बद-गुमाँ हूँ
वो मुझ से उस क़दर बरहम न होंगे
'Hafiiz' I am so jealous of her.
Probably her anger won't be less.
MJAAZ LAKHNAVII.. GHAZAL...
जुनून-ए-शौक़ अब भी कम नहीं है
मगर वो आज भी बरहम नहीं है
बहुत मुश्किल है दुनिया का सँवरना
तिरी ज़ुल्फ़ों का पेच-ओ-ख़म नहीं है
बहुत कुछ और भी है इस जहाँ में
ये दुनिया महज़ ग़म ही ग़म नहीं है
तक़ाज़े क्यूँ करूँ पैहम न साक़ी
किसे याँ फ़िक्र-ए-बेश-ओ-कम नहीं है
उधर मश्कूक है मेरी सदाक़त
इधर भी बद-गुमानी कम नहीं है
मिरी बर्बादियों का हम-नशीनो
तुम्हें क्या ख़ुद मुझे भी ग़म नहीं है
अभी बज़्म-ए-तरब से क्या उठूँ मैं
अभी तो आँख भी पुर-नम नहीं है
ब-ईं सैल-ए-ग़म ओ सैल-ए-हवादिस
मिरा सर है कि अब भी ख़म नहीं है
'मजाज़' इक बादा-कश तो है यक़ीनन
जो हम सुनते थे वो आलम नहीं है
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