Friday, 19 May 2023

NAASIR KAAZMI.. GHAZAL.. TIRE AANE KA DHOKAA NO RAHAA HAI......

तिरे आने का धोका सा रहा है
दिया सा रात भर जलता रहा है

As if you came, so I thought. 
As if lamp flame came to a lot. 

अजब है रात से आँखों का आलम
ये दरिया रात भर चढ़ता रहा है

Strange is the state of my eyes. 
This stream is on rise quite a lot. 

सुना है रात भर बरसा है बादल
मगर वो शहर जो प्यासा रहा है

It's heard that it rained all night. 
But that city which faces draught. 

वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का
जो पिछली रात से याद आ रहा है

He was a chum of good old days. 
Siince last night, he is in thought. 

किसे ढूँढ़ोगे इन गलियों में 'नासिर'
चलो अब घर चलें दिन जा रहा है

Whom to search for in lanes 'Naasir'
Let's go home, day's nearing have not. 

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