Sunday, 18 June 2023

किसी भूके से मत पूछो मोहब्बत किस को कहते हैं 
कि तुम आँचल बिछाओगे वो दस्तर-ख़्वान समझेगा
..... ज़ुबैर अली ताबिश..... 

माँ मुझे देख के नाराज़ न हो जाए कहीं 
सर पे आँचल नहीं होता है तो डर होता है
..... अंजुम रहबर..... 

तिरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिन 
तू इस आँचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था
..... असरार-उल-हक़ मजाज़..... 

आज की रात भी गुज़री है मिरी कल की तरह 
हाथ आए न सितारे तिरे आँचल की तरह 
..... क़ज़लबाश.....

ये सुब्ह की सफ़ेदियाँ ये दोपहर की ज़र्दियाँ 
अब आईने में देखता हूँ मैं कहाँ चला गया
..... नासिर काज़मी..... 

दोपहर की धूप में मेरे बुलाने के लिए 
वो तिरा कोठे पे नंगे पाँव आना याद है
..... हसरत मोहानी..... 

है अजीब शहर की ज़िंदगी न सफ़र रहा न क़याम है 
कहीं कारोबार सी दोपहर कहीं बद-मिज़ाज सी शाम है 

..... बशीर बद्र..... 

ऐ दोपहर की धूप बता क्या जवाब दूँ
दीवार पूछती है कि साया किधर गया
..... उम्मीद फ़ाज़ली.....

खिलना कहीं छुपा भी है चाहत के फूल का
ली घर में साँस और गली तक महक गई
..... आरज़ू लखनवी.  .

Can flower of desire  conceal it's bloom. 
She breathed at home ,lane fragranceane zoom

भीगी मिट्टी की महक प्यास बढ़ा देती है 
दर्द बरसात की बूँदों में बसा करता है 
..... मरग़ूब अली..... 

Fragrance of wet earth increases the thirst. 
Grief resides in dops of rains falling first. 

जब तुझे याद कर लिया सुब्ह महक महक उठी 
जब तिरा ग़म जगा लिया रात मचल मचल गई 
..... फ़ैज़ अहमद फ़ैज़..... 

Remembered you and fragrant was the morn'
The night lost its control with your grief adorn

महक रही है ज़मीं चाँदनी के फूलों से 
ख़ुदा किसी की मोहब्बत पे मुस्कुराया है 
..... बशीर बद्र..... 

Moonlight flowers shower earthly fragrance 
God 's smiling on someone's lovely penance

तुम पूछो और मैं न बताऊँ ऐसे तो हालात नहीं 
एक ज़रा सा दिल टूटा है और तो कोई बात नहीं
.....क़तील शफ़ाई....

Conditions aren't such, I keep mum when you ask. 
Only the heart has broken, it's not such a big task. 

हक़ीक़त छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से 
कि ख़ुशबू आ नहीं सकती कभी काग़ज़ के फूलों से 
..... मिर्ज़ा मोहम्मद तक़ी तरक़्क़ी..... 

Fake principles don't hide truth vibrant. 
Paper flowers look nice, aren't fragrant. 

बनावट वज़्अ'-दारी में हो या बे-साख़्ता-पन में 
हमें अंदाज़ वो भाता है जिस में कुछ अदा निकले 
..... इमदाद अली बहर..... 

Whether it's old value or instability as such. 
I like that style which has coquettish touch. 

बनावट हो तो ऐसी हो कि जिस से सादगी टपके 
ज़ियादा हो तो असली हुस्न छुप जाता है ज़ेवर से 
..... सफ़ी लखनवी..... 

Simplicity is what decoration should show. 
Excess ornaments conceal real beauty glow. 

ख़ुदा अलीम है हर शख़्स की बनावट का
कहो नमाज़ियो सज्दे किए कि सर पटका
..... इमदाद अली बहर....

Tell whether you banged your head or prayed. 
God definitely knows what in heart is laid. 


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