Wednesday, 1 November 2023

KAIF BHOPALI... GHAZAL... TUM SE N A MIL KE KHUSH HAIN VO DAAVA KIDHAR GAYAA

तुम से न मिल के ख़ुश हैं वो दावा किधर गया 
दो रोज़ में गुलाब सा चेहरा उतर गया 

I am happy not meeting you, where is that claim? 
In a couple of days, rosy face degraded to shame. 

जान-ए-बहार तुम ने वो काँटे चुभोए हैं 
मैं हर गुल-ए-शगुफ़्ता को छूने से डर गया 

O spring  love ! Your have pricked such thorns. 
I feel terrified, to touch blooming flower
 in game. 

इस दिल के टूटने का मुझे कोई ग़म नहीं 
अच्छा हुआ कि पाप कटा दर्द-ए-सर गया 

I feel no grief about shattered heart. 
It's good the sin is over, headache 
 overcame. 

मैं भी समझ रहा हूँ कि तुम तुम नहीं रहे 
तुम भी ये सोच लो कि मिरा 'कैफ़' मर गया

I am realising that you are not you. 
You also think that your 'Kaif' is dead 
in game. 

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