नहीं तुम्हारा कोई सानी
लहराई हैं याद पुरातन
झंकृत होता है जिनसे मन
लम्बी लम्बी प्यारी पाती
अब भी उन की याद सताती
क्या भूलूँ मैं याद करूँ क्या
तुम वे बातें भूल गईं क्या
साथी उन को मत बिसराना
उस बगिया में जब तब जाना
छोटी सी जब आई गुड़िया
किलकाती जादू की पुड़िया
अगले साल आ गया भाई
कुछ विश्राम करो अब माई
रक्त नहीं मिलते थे अपने
देर करें तो बिखरे सपने
फिर जन्मी तीजी संतान
अब तुम ने ली मन में ठान
बन्द करो प्रजनन अब यार
इन्हें पाल बिखराओ प्यार
बात तुम्हारी यह ली मान
शिक्षा पर अब देंगे ध्यान
She is my love, she is my life
I live for her, she is my wife.
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