है भी क्या जो रहे अगोचर क्या प्रमाण क्या अर्थ?
और नहीं तो क्यों मानें हम ज्ञान इन्द्रियों से लें काम
बुद्धि तर्क सीमा के बाहर है भी क्या कुछ भोलेराम?
क्या है देव किसी गहरे अँधियारे गह्वर का इक नाम?
जो न समझ पाते क्या उस के संग्रह को देते यह नाम?
यदि है व्यक्ति कोई रक्षक तो जग की ऐसी हालत क्यों है?
क्या है जन्म? मृत्यु क्या है? और क्यों है ऐसा भोलेराम?
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