Saturday, 25 May 2024

BASHIR BADR.. GHAZAL.. US KII CHAAHAT KI CHAANDNI HOGI.....

उस की चाहत की चाँदनी होगी
ख़ूबसूरत सी ज़िन्दगी होगी 

Moonlight glow of her desire. 
For a beautiful life we aspire. 

चाहे जितने चराग़ गुल कर दो
दिल अगर है तो रौशनी होगी 

You may put out many lamps. 
Where heart is, there'll be fire. 

नींद तरसेगी मेरी आँखों को
जब भी ख़्वाबों से दोस्ती होगी

My eyes will long for sleep.
when dreams befriend that liar. 

हम बहुत दूर थे मगर तुम ने
दिल की आवाज़ तो सुनी होगी 

We were very far but to you. 
Sounds reached heart sans wire. 

सोचता हूँ कि वो कहाँ होगा 
किस के आँगन में चाँदनी होगी 

Whose home has moonlight? 
I think, where will she retire? 










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