Thursday, 6 June 2024

वंशीविभूषितकरान्नवनीरदाभात् पीताम्बरादरुणबिम्बफलाधरोष्ठात्।

वंशीविभूषितकरान्नवनीरदाभात् पीताम्बरदरुणबिम्बफलाधरोष्ठात् ।
पूर्णेन्दुसुन्दरमुखादरविन्दनेत्रात्
 कृष्णात्परं किमपि तत्वमहं न जाने ।।

हिन्दी पद्यानुवाद 

जल भरे मेघ से तन पर है पीताम्बर।
हाथ में वंशी है बिम्बाफल से लाल अधर।
पूर्ण चन्द्र सा मुख है नेत्र कमल जैसे हैं।
और तत्व मैं न जानूँ कृष्णचंद्र ऐसे हैं।। 

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