Tuesday, 3 December 2024

CHOSEN COUPLETS

पत्ते मोती हथेलियों पे लिए
सुब्अ को दे रहे हैं नज़राने

Leaves with pearls on palm. 
Offer it to morning calm. 

झूमते फूल माँगते हैं दुआ
अब हवा आए हम को बिखराने
 
O wind! Now scatter us far. 
Swinging flowers hum psalm. 

कुछ और इंतिज़ार कि फिर वस्ल-वस्ल है
क़िस्मत ने तेरे साथ ज़रा देर की कि बस

Just wait a little, then there's meeting 'n mating. 
The fortune has kept you two, too far waiting. 

साहिल के तलबगार ये पहले से जान लें
दरिया-ए-मोहब्बत में किनारे नहीं होते

Let them know before hand, who look for shore. 
This is the stream of love, where there's no shore. 

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं 
नाख़ुदा जिन का नहीं होता ख़ुदा होता है
अमीर मीनाई 

All boats ultimately reach the shore. 
Those who miss sailor have God in store. 

सरकशी ख़ुदकुशी पे ख़त्म हुई 
एक रस्सी थी जल गई शायद 

The rebellion ended in suicide. 
It was a cord, probably burnt aside. 

ये लम्हा लम्हा ज़िंदा रहने की ख़्वाहिश का हासिल है 
कि लहज़ा लहज़ा अपने आप ही में मर रहा हूँ मैं 
मुशफ़िक़ ख़्वाजा

It's result of moment like wish to live on. 
That slowly I am dying with in my own. 

दिन तो फिर दिन है गुज़र जाता है
रात कटती है बड़ी मुश्किल से
नासिर कासगंजई

Day gets spent, come what may.
Night is difficult, prefers to stay. 

Day is spent, it's daylight. 
Hard to spend is the night. 

ग़ुस्सा क़ातिल का न बढ़ता है न कम होता है 
एक सर है कि वो हर रोज़ क़लम होता है 
मंज़र लखनवी 

Murderer's anger neither waxes nor gets waned. 
There is one heart which is every day slained. 

दरिया से इख़्तिलाफ़ का अंजाम सोच लो
लहरों के साथ - साथ बहो तुम नशे में हो

Going against the stream, feel like a chunk. 
Float with the waves man, you are drunk. 

बेहद शरीफ़ लोगों से कुछ फ़ासला रखो
पी लो मगर कभी न कहो तुम नशे में हो

Maintain distance with very cultured people. 
May drink, but never say you are drunk. 

काग़ज़ का ये लिबास चराग़ों के शहर में 
थोड़ा सम्भल-सम्भल के चलो तुम नशे में हो

This papery apparel in a city of lamps ! 
Step clearly with care, as you are drunk. 

बुरी सरिश्त न बदली जगह बदलने से 
चमन में आ के भी काँटा गुलाब हो न सका
अमीर मीनाई

Change of company didn't alter the quality of those. 
Even in garden, the thorn couldn't become a rose. 

जैसे दो मुल्कों को इक सरहद अलग करती हुई 
वक़्त ने ख़त ऐसा खींचा मेरे उस के दरमियाँ 
मोहसिन ज़ैदी

Just as two nations are divided by a boundary line. 
Time has drawn between both of us a boundary line. 

तुम्हारे घर के सभी रास्तों को काट गई
हमारे हाथ में कोई लकीर ऐसी थी

All routes to your home were cut across. 
Some line in my hand was carved so gross. 

लोबान में चिंगारी जैसे कोई रख जाए
यूँ याद तिरी शब भर सीने में सुलगती है 

As an ember in benzoin lamp kept tight. 
Your memory burns in my heart all night. 

तू एक हाथ में ले आग एक में पानी 
तमाम रात हवा में जला बुझा मुझको

With fire in the left hand and water in right. 
O dear ! You burn 'n douse me whole night. 

लड़कियों के दुःख अजब होते हैं सुख उस से अजीब 
हँस रही हैं और काजल भीगता है साथ - साथ
परवीन शाकिर 

Troubles of girls are strange and stranger their pleasure. 
Even while laughing, koel gets soaked in the measure. 

उस एक मोड़ पर जी भर के रोए हम दोनों
वहाँ से तेरे मेरे रास्ते बदलते हैं 

On that curve both of us wailed unfurld. 
From there one road has gone to the world. 

आँखों से उतरे आँसू दिल में आए
रुख़ बदला है उल्टा अब दरियाओंहवःओ ने 

Tears descended from eyes to heart. 
Streams have reversed it's flow to start. 

धूप की आग में हँसने की अदा क्या जाने 
जंगली फूल नहीं आपके गुलज़ारों में 
बशीर बद्र 

Style to smile in the fire of sun is unknown 
Wild flowers are missing in gardens you own. 

कहानियों का मुक़द्दर वही अधूरापन 
कहीं फ़िराक़ नहीं है कहीं विसाल नहीं 
बशीर बद्र 

Stories are destined to be incomplete. 
Either departure isn't in  or missing is meet. 




































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