Friday, 14 February 2025

उमर ख़य्याम की रुबाई.... दुनिया चू फ़नास्त मन बजुज़ फ़न न कुनम.... 30

दुनिया चू फ़नास्त मन बजुज़ फ़न न कुनम
जुज़     यादे-निशातो-मय-रौशन   न  कुनम
गोयन्द ख़ुदा तुरा अज़   मय   तौबः   दहाद
ऊ ख़ुद न दहद वर दहद  मन  न      कुनम


दुनिया को होना है फ़ना तो फ़न के सिवा 
मय और निशात की यादे-रौशन के सिवा 
लोग ये कहते हैं, तुझको ख़ुदा तौबा देगा
वो नहीं देगा,जो दी तो न लूँ मन के सिवा 

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