Wednesday, 5 March 2025

उमर ख़य्याम की रुबाई... दर सूमिआ-ओ मदरसः-ओ-दैरो-किनिश्त

दर    सूमिआ-ओ. मदरसः-ओ-दैरो-किनिश्त
तर्सीन्दः-ए-दोज़ख़ंद- ओ- जोया- ए- बिहिश्त
आँ कस कि उज़ अस्रार ख़ुदा बा ख़बर अस्त
ज़ी  तुख़्म दर  अन्दरूने-दिल  हेच  न  किश्त

मन्दिर, मस्जिद, मदरसे  हों या  हों  धर्म सभाएँ
जो डरते दोज़ख़ से या बहिश्त की आस लगाएँ
इन  लोगों ने  जो  असरारे-ख़ुदा से  वाक़िफ़  हैं
अपने दिल के अन्दर बीज एक भी बो नहीं पाएँ


Be it temple, mosque, religious gathering or school. 
Those who are afraid of hell or
 heaven ward pool.
Not a single seed in their heart
 field could they sow.
All those  who could ascertain 
 His mysteries so cool. 

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