Friday, 7 March 2025

उमर ख़य्याम की रुबाई... यज़दाँ चू गिले-वजूदे-मा आरास्त.....

यज़दाँ      चू    गिले-वजूदे-मा       आरास्त
दानस्त ज़ फैले-मा चि  बर ख़्वाहिद  रवास्त
बे   हुक्मश  नेस्त   हर   गुनाहे   कि  मरास्त
पस सोख़्तने-क़ियामत अज़ बहर चि ख़ास्त


ख़ालिक़ ने जिस मिट्टी से है मुझको ढाला
वही जानता क्या करने को मुझको पाला
उसके हुक्म बिना कोई न गुनाह किया है
 मुझे जलाए क्यूँ अंतिम दिन की ये ज्वाला


My design, by earth, God has made. 
He knows my deeds 'n their shade.
Unordered, I have committed no sin. 
Why should I fear doomsday parade? 

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